बुलन्द कर के हौसला तू तू चल पड़ कभी न रुक तू। बुलन्द कर के हौसला तू तू चल पड़ कभी न रुक तू।
फटी जेब का भेद है मिटाना, हीरे सा मुझको है चमकना। फटी जेब का भेद है मिटाना, हीरे सा मुझको है चमकना।
वो महल भी सपनों का, अब आज से सुंदर था। वो महल भी सपनों का, अब आज से सुंदर था।
मेरे बीते किरदार का मुझसे आज भी वास्ता, क्या है ? मेरे बीते किरदार का मुझसे आज भी वास्ता, क्या है ?
सपने हमेशा बड़े देखना चाहिए। ताकि उसे पूरा करने में सारी कायनात लग जाए। सपने हमेशा बड़े देखना चाहिए। ताकि उसे पूरा करने में सारी कायनात लग जाए।
फिर मिलेंगे तो उनसे पूछेंगे सच जिन्हें सपनों से भरमा रहा है कोई फिर मिलेंगे तो उनसे पूछेंगे सच जिन्हें सपनों से भरमा रहा है कोई